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Sarkari Job Mart ( Hindi Blog Post )

Wednesday, January 30, 2019

32 इंच के स्मार्ट टीवी में 1366 x 768 रिज़ॉल्यूशन वाला IPS HD पैनल है।
टीवी एंड्रॉइड किटकैट 4.4 के कस्टम संस्करण पर चलता है। खरीदारों को मोबाइल ऐप डाउनलोड करने और अपने आधार नंबर को पंजीकृत करने की आवश्यकता हैएक बहुत ही सस्ता पर स्मार्ट टीवी चाहते हैं? तो अब आपके पास एक कंपनी हो सकती है, जिसका नाम सैमी है, जिसने 32 इंच का एक स्मार्ट टीवी लॉन्च किया है, जो एंड्रॉइड एप्लीकेशन पर चलता है। सैमी के 32 इंच के स्मार्ट टीवी की कीमत कंपनी ने 4,999 रक्खी है। यह एमआरपी है लेकिन कुल मूल्य जी एस टी किराया भाड़ा शिपिंग चार्ज लगा के लगभग 8,000 रुपये से ऊपर होता है और यह कीमत पूरे भारत मे एक ही है |
और हाँ, SAMY 32-इंच का टीवी केवल SAMY ऐप के माध्यम से ही खरीदा जा सकता है, अगर आपने अपना आधार सत्यापन किया हुआ है तो
यह अजीब है - आधार सत्यापन भाग, भले ही सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल फैसला दिया था कि निजी कंपनियां सत्यापन उद्देश्यों के लिए आधार का उपयोग नहीं कर सकती हैं। समी एक निजी कंपनी है। लेकिन अब इसके लिए आधार को अलग रख दें। इसके बजाय, 32 इंच के स्मार्ट सैमी टीवी के बारे में बात करते हैं। सैमी का दावा है कि टीवी एंड्रॉइड ओएस पर चलता है और सभी स्मार्ट ऐप के साथ-साथ सेवाओं के साथ संगत है। कंपनी का कहना है कि स्मार्ट टीवी अनुभव प्रदान करने के लिए टीवी में सभी आवश्यक सुविधाएँ हैं। 32 इंच के स्मार्ट सैमी टीवी में है: - 1366 x 768 रिज़ॉल्यूशन वाला IPS HD पैनल - एंड्रॉइड 4.4 किटकैट द्वारा संचालित एक स्मार्ट टीवी इंटरफ़ेस - 10W बोलने वालों की एक जोड़ी - 2 एचडीएमआई के साथ-साथ 2 यूएसबी पोर्टसैमी सभी दीवार माउंट सामान के साथ-साथ टीवी सेट के साथ एक स्मार्ट टीवी रिमोट में भी क्लब करता है। टीवी का वजन लगभग 6Kg है। तो वे इतनी सस्ती कीमत के साथ कैसे आ सकते हैं? सैमी का कहना है कि 32 इंच के टीवी में लगे सभी घटक स्थानीय स्तर पर निर्मित होते हैं। वास्तव में, यह कहता है कि इसका नवीनतम टीवी "मेक इन इंडिया" के बारे में है और कंपनी पूरी तरह से सरकार के विनिर्माण योजनाओं में विश्वास करती है। 32 इंच के स्मार्ट सामी टीवी को दिल्ली के कॉन्स्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया, नई दिल्ली में एक कार्यक्रम में लॉन्च किया गया था। कंपनी ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, "मुख्य अतिथि के रूप में सोनाली फोगट भाजपा की राज्य कार्यकारिणी सदस्य और महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष सैमी इंफॉर्मेटिक्स द्वारा एंड्रॉइड स्मार्ट टीवी के लॉन्च पर मौजूद थीं।" अब, इससे पहले कि आप सैमी टीवी खरीदने के लिए दौड़ें, कुछ ऐसा है जिसे हम उजागर करना चाहते हैं। 32 इंच का स्मार्ट सामी टीवी कैसे और किस कीमत पर खरीदा जाए सबसे पहले टीवी को मुख्य रूप से ऐप के माध्यम से मुख्य रूप से बेचा जा रहा है, हालांकि अपनी वेबसाइट पर सैमी का दावा है कि इसमें "पंजाब, हरियाणा, गुजरात, यूपी, राजस्थान, एमपी और बिहार और आंध्र प्रदेश के डीलर और ग्राहक" हैं। आपूर्ति नेटवर्क। गुजरात की वर्तनी को अभी के लिए अनदेखा कर दें। एक बार जब आप ऐप डाउनलोड कर लेते हैं, यदि आप सामी टीवी खरीदते हैं, तो आपको अपना आधार सैमी को अपना आधार नंबर देकर प्रमाणित करना होगा। प्रमाणीकरण के बाद, आपको टीवी खरीदने के लिए एक फ़ॉर्म भरने के लिए कहा जाएगा। टीवी का अंतिम मूल्य आपके आधार पर होगा जहां आप आधारित हैं। एप्लिकेशन के माध्यम से विवरण देखें: आधार मूल्य ( बेस प्राइस ) :- 4,999/-जीएसटी के साथ :- 5,899/-पूरे भारत में शिपिंग लागत 1800 + जीएसटी :- 2,124/- तो, सवाल उठता है क्या आपको 4,999 रुपये का सैमी टीवी खरीदना चाहिए?हालांकि यह संभव है कि एक कंपनी 32 इंच के टीवी के साथ आ सकती है जिसकी कीमत 8,000 रुपये है आखिरकार, Xiaomi विभिन्न फ्लिपकार्ट और अमेज़न बिक्री में लगभग 12,000 रुपये में बेचता है - हम आपको प्रतीक्षा करने की सलाह देते हैं। आपको याद है कि पिछली बार लोगों ने एक सस्ता गैजेट खरीदने के लिए क्या किया था - फ्रीडम 251 एंड्रॉइड स्मार्टफोन जिसकी कीमत 251 रुपये थी। हम यह नहीं कह रहे हैं कि कुछ सैमी टीवी के साथ गलत है। कंपनी ने अपनी वेबसाइट पर दावा किया है कि "इसने वर्ष 2007 में अपने पदचिह्न सेट किए। अनुसंधान और विकास की दुनिया में। बाद में वर्ष 2009 में। इसने टैबलेट, मोबाइल फोन, पीएसपी, एमपी 3 का निर्माण करना शुरू कर दिया, ताकि हर कोई हाथ में हाथ ले सके। सस्ती कीमतों पर अग्रिम प्रौद्योगिकी की मदद से इस आधुनिक समाज में हाथ। "
यह भी नोट करता है कि "कंपनी के संस्थापक श्री अविनाश मेहता 35 वर्ष के युवा, उत्साही और जीवंत व्यक्ति हैं।"
फिर भी, हम अनुशंसा करते हैं कि आप थोड़ी देर प्रतीक्षा करके देखें कि सैमी अपने टेलीविजन को कैसे वितरित करेगा। अगर कंपनी अपने वादे पर खरी उतरती है, तो निश्चित रूप से आगे बढ़ें और एक साम्य प्राप्त करें।

Monday, January 28, 2019


दोस्तों जैसा की पिछले पोस्ट मैं मैंने आपको सरकारी नौकरी और प्राइवेट नौकरी के कुछ खास अंतर बताने की कोशिश की थी , वैसे आप भी यह तो मानते ही होंगे की सरकारी जॉब से ज्यादा अच्छी आरामदायक दूसरी कोई जॉब नहीं है जहाँ सरकारी जॉब पाने के बाद आराम है मगर उसको पाने के लिए न जाने कितने धक्के खाने पड़ते हैं वहीं एक प्राइवेट जॉब आसानी से तो मिल जाती है पर उसमें हमेशा मेहनत करते रहना पड़ता है वहीं प्राइवेट जॉब के ओप्शंस भी बहुत होतें हैं पर सरकारी जॉब के ऑप्शन और रिक्त स्थानों की सख्या बहुत काम होती है पर उमीदवार बहुत होतें हैं इस कारण से थोड़ा ज्यादा सजग रहने की आवश्यकता होती है सरकारी जॉब को पाने मे थोड़ी ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है | अभी तक आप जान गए होंगे के मेरा सुझाव है के आप सरकारी जॉब के लिए तैयारी करें और सबकुछ ठीक रहा तो लाइफ सेट |
तो शुरू करतें हैं सरकारी नौकरी को पाने के लिए क्या तैयारी करें कैसे करें और कहाँ से शुरू करें बताने वाला हूँ | यूं तो कोई भी काम करने के लिए कई सारे तरीके होतें हैं , कोई भी काम ले लो आप जैसे की मान लो खरीदारी करनी हो तो आजकल आपके सामने कई सारे ऑप्शनस  उपलब्ध हैं ऑनलाइन खरीदो या मार्किट मैं जा के खरीदो या किसी से मंगवा लो वगेरा वगेरा। लेकिन सरकारी नौकरी पाने के लिए मात्र एक ही रास्ता है और वो है आपको आपकी उस सरकारी नौकरी को पाने के लिए लगे रहना, हिम्मत हारने वाले वालों को सरकारी नौकरी नहीं मिलती |
वैसे तो सरकारी नौकरी पाने की तैयारी करने के लिए बहुत कुछ नहीं चाहिये जो चाहिए वो है सोर्स /माध्यम , फिर माध्यम का चुनाव फिर निरंतर उस माध्यम के जरिये से अपडेट रहना फिर अपने लायक नौकरी आते ही अप्लाई कर देना और तैयारी करके परीक्षा देना बाकी आप परमेश्वर पर छोड़ सकतें हैं|


माध्यम
पहले आपको तय करना होगा आप कहाँ से जानकारी जुटाएं की सरकारी नौकरियाँ कहाँ कहाँ निकली हैं कब फार्म भरना है कब परीक्षा देनी है और सबसे जरूरी क्या योग्यता मांगी गयी है और आप किस जॉब के लायक फिट होते हो तो मेरा यह बताना गलत नहीं होगा के आप www.sarkarijobmart.com पर जाएँ आपको सब कुछ मिलेगा जो एक सरकारी जॉब के लिए शुरुवाती पायदान है | यहाँ आपको आल ओवर इंडिया की सभी सरकारी नौकरियों की सभी जानकारी और वोह भी सबसे पहले मिल जाएगी , मैं यूं नहीं कह सकता के अकेली यही एक साइट है ऐसी बहुत सारी हैं आजकल तो, पर हाँ यह मैं दावे से कह सकता हूँ के यहाँ www.sarkarijobmart.comपे अपडेट सबसे पहले मिलेगा आप तुलना कर के देख लीजिये , जॉब पोस्ट के समय का काफी अंतर मिलेगा दूसरी साइट्स से |
योग्यता
फिर बात आती है योग्यता की तो दोस्तों आजकल ८वी पास से सरकारी नौकरी मिलना शुरू हो जाती है यूं कहें की योग्यता ८वी पास है तो कोई न कोई सरकारी जॉब आप भी कर सकतें हैं यह योग्यता कम या ज्यादा आपकी सरकारी नौकरी के पद उसके वेतनमान के हिसाब से होती है , मैंने तो बस बताया है के कम से कम योग्यता ८वी पास है सरकारी नौकरी मैं मगर निचले स्तर की नौकरियों के लिए सीनियर पोजीशन के लिए योग्यता बढ़ती रहती है
नौकरी का चुनाव
नौकरी का चुनाव करते समय सबसे पहले अपनी क्षमता को पहचानिए आप क्या कर सकते और क्या नहीं कर सकते आप किस तरह की सरकारी नौकरी के लिए उपयुक्त हैं, आपकी योग्यता के अनुसार किस नौकरी के लिए आप आवेदन कर सकतें है, और एक ख़ास बात ये के आपका शौक किस नौकरी मैं है, आप क्या करना चाहते हैं, सरकारी नौकरी ही क्यों करनी है किसी के दबाव मैं या किसी की होड़ मैं किसी गलत नौकरी का चुनाव न करें, आपसे बेहतर आपको और कोई नहीं जानता इसलिए कभी भी ऐसी नौकरी का चयन न करे जिसके लिए आप उपयुक्त नहीं है.

सेल्फ स्टडी
इससे से बढ़िया बात है ही नहीं के आप खुद से घर बैठ के पढ़ पाओ, मैं यूं नहीं कहता के कोई कोचिंग ज्वाइन न करो आप चाहे कितना भी अच्छा कोचिंग सेंटर और कितनी भी अच्छी क्लास लिया करो पर जब तक आप खुद से घर पे बैठ के अपनी तैयारी पे अपनी पढाई पे ध्यान नहीं दोगे तो आपको परेशानियां होंगी परीक्षा के समय मुश्किल होगी हो सकता है बहुत अच्छे से पास भी न हो पाओ तोह सेल्फ स्टडी बहुत अच्छा होता है

बाकी मैं प्रयास करूँगा के अगले पोस्ट मैं और बाकी के पॉइंट क्लियर कर दूँ आप से निवेदन है अगर पोस्ट अच्छी लगे तो शेयर करें और कमेंट करें
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Friday, January 25, 2019




इस बार 26 जनवरी 2019 को भारत अपना 70वां गणतंत्र दिवस 2019 मनाएगा। 

आज के ही दिन सन्न 1950 में 26 जनवरी को हमारे देश में भारत सरकार अधिनियम (एक्ट-1935) को हटाकर भारत का नया संविधान लागू किया गया था.  २६  जनवरी सन्न 1950 को सुबह 10.18 बजे भारत एक गणतंत्र बना. बना।  इसके छह मिनट बाद 10.24 बजे डॉ.राजेंद्र प्रसाद ने भारत के पहले राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी. और राष्ट्रपति होने के नाते इस दिन पहली बार बतौर राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद बग्गी में बैठकर राष्ट्रपति भवन से निकले थे. इसी दिन पहली बार उन्होंने भारतीय सेना बल की सलामी ली थी. और आज के दिन पहली बार उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया था. बता दें कि एक स्वतंत्र गणराज्य बनने के लिए संविधान को 26 नवंबर 1949 को भारतीय संविधान सभा द्वारा अपनाया गया. डॉ. भीमराव आंबेडकर, जवाहरलाल नेहरू, डॉ राजेन्द्र प्रसाद, सरदार वल्लभ भाई पटेल, मौलाना अबुल कलाम आजाद आदि इस सभा के प्रमुख सदस्य थे. डॉ भीमराव अम्बेडकर के नेतृत्व में हमारे देश का संविधान लिखा गया, जिसे लिखने में पूरे 2 साल 11 महीने और 18 दिन लगे. बता दें कि पूर्ण स्वराज दिवस (26 जनवरी 1930) को ध्यान में रखते हुए भारतीय संविधान 26 जनवरी को लागू किया गया था. गणतंत्र दिवस के अवसर पर हमारे देश के मौजूदा राष्ट्रपति तिरंगा फहराते हैं और हर साल 21 तोपों की सलामी दी जाती है. 




26 जनवरी का दिन भारत के इतिहास में एक विशेष महत्व रखता है. क्योंकि इस दिन कई ऐतिहासिक घटनाएं हुई थी जैसे की सन्न 1929 में दिसंबर के महीने में लाहौर में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अधिवेशन पंडित जवाहरलाल नेहरू की अध्यक्षता में हुआ था. इस अधिवेशन में एक प्रस्ताव पारित करके  उन्होंने इस बात की घोषणा की थी की यदि अंग्रेज सरकार द्वारा 26 जनवरी 1930 तक भारत को डोमीनियन का दर्जा नहीं दिया गया तो भारत को पूरी तरह से एक स्वतंत्र देश घोषित कर दिया जाएगा.और  जब उस समय की अंग्रेज सरकार ने कुछ भी नहीं किया तब कांग्रेस ने 26 जनवरी 1930 को भारत को स्वतः ही पूर्ण स्वराज घोषित कर दिया. भारत की आजादी के बाद उसके लिए संविधान सभा की घोषणा की गई जिसने अपना कार्य 9 दिसम्बर 1947 से शुरु किया. संविधान सभा ने  2 साल, 11 महीने, 18 दिन में भारतीय संविधान का निर्माण किया.




गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को ही क्‍यों मनाया जाता है?
यह बात तब की है जब दिन 26 नवंबर सन्न 1949 को संविधान सभा के मौजूदा अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र प्रसाद को भारतीय संविधान सुपूर्द किया गया था, इसी लिए हर साल 26 नवंबर को संविधान दिवस (Constitution Day) के रूप में मनाया जाता है. बता दें कि अनेको सुधारों और बदलावों के बाद सभा के 308 सदस्यों ने 24 जनवरी 1950 को संविधान की दो हस्तलिखित कॉपियों पर हस्ताक्षर किये. इसके दो दिन बाद संविधान 26 जनवरी को देश भर में लागू हो गया. 26 जनवरी का महत्व बनाए रखने के लिए इसी दिन संविधान निर्मात्री सभा (कांस्टीट्यूएंट असेंबली) द्वारा स्वीकृत संविधान में भारत के गणतंत्र स्वरूप को मान्यता प्रदान की गई. इसलिए 26 जनवरी (26th January) को ही हर साल गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है.









Thursday, January 17, 2019



दोस्तों आजकल यह एक अच्छा खासा चर्चा का विषय है के हमको सरकारी जॉब मैं जाना चाइये या किसी प्राइवेट जॉब मैं जाना चाइये। वैसे तो दोनों ही जॉब्स मे हमे काम करना है और बदले मे हमको पैसा यानी के तनख्वा मिलनी होती है |मैंने अपनी जिंदगी के लगभग १७ -१८ साल प्राइवेट जॉब मैं बिता दिए है , सपने तो मैंने भी फौज मैं जाने के देखे थे चाहा था के मुझे भी कोई सरकारी जॉब मिल जाये , ऐसा नहीं था के मैंने कोशिश नहीं की थी पर तब बहुत काम माद्यम थे के हमको पता चल पाए कहाँ कौन सी जॉब /नौकरी की भर्ती चालू है | या यूं कहूँ के जब तक हमको पता चलता था तब तक लास्ट डेट या तो निकल चुकी होती थी या निकले वाली होती थी | कुल मिला के नसीब ने साथ नहीं दिया कुछ परीक्षाएं भी दिए फार्म भी भरे फिटनेस टेस्ट के लिए भी गए पर हालत को मंजूर न था के हमको सरकारी नौकरी मिले फिर आखिर मे प्राइवेट जॉब ही पकड़ ली और आज लगभग १७ वर्ष बीत चुके हैं और मैं प्राइवेट जॉब मैं ही हूँ तब साधन नहीं थे आज बहुत हैं आज अगर कोई कहे के मुझे पता नहीं चलता के कब कहाँ जॉब निकलती कब एग्जाम होता है कब रिजल्ट आता है तो मैं कहूंगा के उसको सही से बहाने देने भी नहीं आते आजकल लगभग दर्जन वेबसाइट हैं जिनमें सरकारी जॉब्स के बारे मैं कुछ न कुछ आता रहता है मतलब ऐसा है के अगर आप सरकारी नौकरी पाना चाहते हैं तो बहुत आसानी से साड़ी जानकारी निकल कर ऑनलाइन हे नौकरी के लिए अप्लाई करें फीस भी जमा कर सकतें हैं मतलब के सिर्फ परीक्षा देने के अलावा सारे काम ऑनलाइन हे हो जातें हैं तो आपको जानकरी मिली के पहले की तुलना में आज बहुत से साधन हैं सरकारी नौकरी की जानकारियां पाने के लिए |

जैसा की आपको पता ही होगा के सरकारी नौकरी प्राइवेट के मुकाबले थोड़ा नहीं बहुत कम होती है इसलिए उसको पाने के अवसर बहुत कम लोगों के पास होते हैं | लेकिन यह भी गलत नहीं होगा के हर कोई एक बार तो सोचता ही होगा के अगर नौकरी मिले तो सरकारी ही मिले शायद इसलिए सरकारी नौकरी के आवेदन के लिए बहुत से फार्म भरे जातें हैं

मैंने अपने कई साल बिता दिए प्राइवेट जॉब मैं और अभी भी हूँ और सरकारी नौकरी पाने का मेरा एक सपना था तो मैं शायद बेहतर बता सकता हूँ दोनों के फायदे नुक्सान को जैस मैंने कोशिश भी की है वैसे तो अनगिनत फायदे और नुक्सान होंगे मैं तोह कुछ हे बता पाउँगा , माफ़ कीजियेगा मैं सिर्फ फायदे हे बता पाउँगा आप देखिये पढ़िए और आपके कमेंट लिख के बताइये के क्या मैं सही बता पाया

निजी नौकरी के लाभ
सरकारी नौकरी के लाभ
आकर्षक वेतन
सिमित कार्य समय
लुभावने ऑफिस बिल्डिंग /माहौल
सुरक्षित नौकरी
बहुत कम राजनितिक दबाव
सेवानिवृत्ति रेटायर्मेंट के फायदे
अवसर जल्दी प्रमोशन पाने के
समय सीमा के बाद अपने आप प्रमोशन
टेक्नोलॉजी से जुड़े रहतें हैं अपडेट रहतें हैं
छुट्टियों का मजा
आपके सुझावों से आपको फायदा होगा
कोई पर्तिस्पर्धा कॉम्पिटिशन नहीं
सप्ताहित मासिक पार्टियां अवसर दोस्त बनाने के
सरकारी नौकरी की वजह से जल्दी से लोन और कई फायदे
इंसेंटिव भी मिलता है कई जगह
वेतन आयोग से फायदे हे फायदे
पहनावा और चालचलन मैं हमेशा ठीक रहते हैं
लम्बी छुट्टियां एक बार मे
आपको विदेश भी भेजा जाता है कंपनी के खर्चे से
साल मे एक बार आपको एलटीसी टूर पैकेज मिलता है सरकार की तरफ से पूरे परिवार के लिए
अच्छा अनुभव पा के आप खुद की कंपनी खोल सकतें हैं
सरकारी नौकरी मैं रहकर सरकारी सेवाओं के लाभ


अब आखिर में मैं संक्षेप में यह सुझाव दूंगा कि अगर आप आसानी से नपी तुली सैलरी हर महीने टाइम पे वेतन भुगतान और साथ मैं छठा वेतन आयोग सातवां वेतन आयोग का भी फायदा पाना चाहते हैं तो कोई सरकारी नौकरी ही चुनें, कोई टेंशन नहीं है, कोई चिंता की बात नहीं है, बस शुरू मैं जब तक सरकारी जॉब मिल नहीं जाती उसके लिए लगे रहो बाद मैं मजे तो आपको ही मिलेंगे, टाइम टू टाइम आना जाना फिक्स तो सरकारी जॉब हे आपका कंफर्ट ज़ोन होगी, और आपके परिवार और दोस्तों में भी आपको दूसरों से अधिक सम्मान मिलेगा, और लोग भी कहेंगे तुझे क्या टेंशन तेरी लाइफ तो सेट है यार कई सालों के बाद नौकरी करने से आपको अपने बुढ़ापे की सुरक्षा का आश्वासन मिलेगा जैसे की रिटायर्मेंट पेंशन और परिवार के काबिल सदस्य को आपकी नौकरी भी मिल सकती है तो अगर आप कोई सरकारी नौकरी पाना चाहते हैं तो सरकारी जॉब मार्ट एक ऐसी वेबसाइट www.sarkarijobmart.com है जिसपे आपको डेली सरकारी जॉब्स के अपडेट मिलते रहेंगे तो दोस्तों आपके अपने क्या विचार हैं सरकारी जॉब और प्राइवेट जॉब को लेकर , मेहरबानी होगी अगर आप हमें अपने विचार कमेंट के जरिये बताएं और हाँ यदि आपको सरकारी जॉब से जुडी कुछ लाभ या हानियां पता हो तो वो जरुर बताये |


Wednesday, January 16, 2019




क्या हिंदी भाषा का महत्त्व कम हो रहा है ?

( इस ब्लॉग के पढ़कर नीचे कमेंट जरूर कीजियेगा )


जैसा की हम सब जानते ही हैं की हिंदी हमारी राष्ट्र भाषा है , वहीं हम इस बात को भी झुटला नहीं सकते के आज-कल इंग्लिश का बोलबाला भी ज्यादा हो रहा है। हिंदी मैं एक कहावत है के " खरबूजा को देख के खरबूजा रंगा बदलता है " ऐसा ही कुछ हम भी हमारे आस पास के माहौल के देख के हम लोग भी रंग बदल रहें हैं| मान लो के मुझे हिंदी अच्छी खासी बोलनी आती हो पर किसी को प्रभावित करने के चक्कर में ,अपने आप को पड़ा लिखा दिखाने के लिए मैं कभी कभी या यूं कहूँ के अकसर इंग्लिश के कुछ शब्दों का प्रयोग कर ही लेता हूँ ,जबकि घर मैं तो पूरी हिंदी ही चलती है, पता है आजकल ऐसा हो गया है के आपको हिंदी की अच्छी से अच्छी जानकारी हो आपके पास बहुत सारा ज्ञान हो , मगर आप इंग्लिश नहीं बोल सकते बात नहीं कर सकते हो तो आपको समाज मे आपकी नौकरी मैं अच्छी इज्जत और अच्छा सा ऊँचा ओहदा न मिले वहीं अगर आप फर्राटेदार अंग्रेजी बोलते हों तो देखिये जरा सारा नजारा ही बदल जायेगा |


मैं अगर मैं यूं कहूँ के हिंदी भाषा का चलन कम हो गया है, तो यह कहना बिलकुल गलत होगा कुछ हद तक तो माना जा सकता है | जैसे की मैंने भी तो अपने विचार इस ब्लॉग को लिखने के लिए हिंदी भाषा को ही चुना क्योंकि इस हिंदी भाषा में मैंने एक खास बात महसूस की है के आप अपने मन की सारी बात जितनी आसानी से हिंदी मैं व्यक्त कर सकतें है दूसरी किसी अन्य भाषा मैं आसानी से व्यक्त नहीं कर सकते | हाँ हम यूं जरूर कह सकतें हैं की हिंदी भाषा का चलन धीरे धीरे कम करवाया जा रहा है,प्ले स्कूल से लेकर हमारे आपके ऑफिसों मे भी इंग्लिश अपनी पकड़ बना रही है | आप मानो या मानो हिंदी ही एक मात्र ऐसी भाषा है जो कोई भी बोल सकता है और आसानी से समझ भी सकता है जैसे की कोई अंग्रेज भारत घूमने आने किसी से बात करते समय पर अंग्रेजी मैं जब समझा नहीं पाता तोह वह हिंदी मैं थोड़ा थोड़ा सा बोल के काम चला ही लेता है |


हमारे भारत में सबसे ऊंचे दर्ज़े की परीक्षा - सिविल सर्विस (UPSC) की परीक्षा मानी जाती है । आंकड़ों के अनुसार नब्बे के दशक में इसमे हिंदी के माध्यम से परीक्षा देकर पास करने वालों की संख्या अधिकाधिक रूप में लगभग ६०-७० प्रतिशत थी वहीं आज यह संख्या घटकर २५ - ३० प्रतिशत के बीच सिमट के रह गयी है। तो यहाँ यह सवाल उठता है कि क्या हिंदी माध्यम के छात्रों का पढ़ाई की तरफ से रुझान ख़तम हो गया या फिर उन्हे ऐसा माहौल ही नहीं मिल रहा के वे उस स्तर की तैयारी कर सके ? अगर इसी तरह से हिंदी माध्यम से परीक्षा देकर से सफलता प्राप्त करने वालों का स्तर यूँही घटता रहा तो आगे चलकर तोह यह स्तर और भी कम हो जायेगा और आगे आने वाले छात्र हिंदी माध्यम से कैसे सिविल सर्विस पास करने के लिए कैसे प्रोत्साहित होगा।


देखो सरकारी जॉब का तो पता नहीं पर आजकल प्राइवेट जॉब मैं कहीं भी इंटरव्यू के लिए चले जाइये इंटरव्यू तो अंग्रेजी मैं ही देना पड़ेगा भले ही ज्वाइन करने के बाद से लेकर उस नौकरी को छोड़ने तक आपको अंग्रेजी की जरूरत ना पड़े | और यह चलन तो ब्रिटिश काल से ही चला आ रहा है उस ज़माने मै अंग्रेजी बोलने समझने वालों को ही अच्छी नौकरी दी जाती थी इसी के चलते न जाने कितने भारतियों ने अच्छी से अच्छी अंग्रेजी सीख के पढाई करके नौकरियाँ प्राप्त की थी बस वह दौर था और आज का दौर है के हम भारतीय आज भी है जो आज़ादी के पहले कर रहे थे |


जैसा की आप और हम जानते हैं की चीन ,जापान हमारे भारत से विकास टी तुलना मैं आगे हैं उसका ख़ास कारण उनकी वहां की अपनी भाषा को महत्त्व देना जानकारी के अनुसार जैसे के चीन,जापान,फ्रांस जैसे कई और भी अन्य देश अपनी भाषा को सबसे अधिक वरीयता देते हैं चाहे वह रोजगार के क्षेत्र हो या शिक्षा का या फिर रिसर्च का। वह ये जानते हैं कि मौलिक सोच अपनी ही भाषा मे विकसित हो सकती है। तो भला फिर हम भारतवासी अपनी हिंदी भाषा से क्यों कतराएं ? अरे मैं तो यूं कहूंगा के जब तक काम चले हिंदी से हे चलाएं बहुत मजबूरी हो तोह हे अंग्रेजी बोलें


अच्छा मैं जानना चाहता हूँ के आप सब यह तो नहीं समझते की कि गूगल, फेसबुक, ट्विटर, क्वोरा या उसके जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग करने के लिए हमे अंग्रेज़ी का अच्छा ज्ञान होना जरूरी है,अगर आप ऐसा समझते है तो गलत है हम भारतवासी इतनी बड़ी आबादी मै है कि बड़ी बड़ी कंपनियों ने भी इस बात का ध्यान रक्खा है और कई कंपनियों ने अपने सॉफ्टवेयर / ब्राउज़र विब्भिन विब्भिन भाषा मे बनाने शुरू कर दिए हैं जिनको हम जिस भाषा मैं चाहें उस भाषा मै इस्तेमाल कर सकें आज ऐसा हो भी रहा है। नीचे फोटो मै मैंने कोशिस की है आप देख सको के भाषा चयन कैसे और कहाँ से किया जा सकता है |


कुल मिला के मैं कहना चाहूंगा के हम अपनी राष्ट्र भाषा से प्रेम रक्खें हमारा यह प्रयास हमारी मातृभाषा के अस्तित्व को बनाये रखेगी।





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Tuesday, January 15, 2019


क्योंकि आज ही के दिन सन 1949 में फील्ड मार्शल केएम करियप्पा ने जनरल फ्रांसिस बुचर से भारतीय सेना की कमान ली थी. जनरल फ्रांसिस बुचर भारत के आखिरी ब्रिटिश कमांडर चीफ थे. और फिर फील्ड मार्शल केएम करियप्पा भारतीय आर्मी के पहले कमांडर इन चीफ बने थे. इंडियन आर्मी इस साल अपना 2019 में 71वां आर्मी डे मनाएगी.  इसे हम सेना दिवस भी कहते हैं, आर्मी डे (Sena Diwas 2019) के मौके पर जानिये कुछ खास बातें जिनको जानकार आपको अपने देश की सेना पर गर्व होगा.

अच्छा जानिए मानते क्यों है यह आर्मी दिवस:-
जैसा की हम ऊपर बता चुकें है की आज हे के सन १९४९ मे फील्ड मार्शल केएम करियप्पा (Field Marshal KM Cariappa) ने जनरल फ्रांसिस बुचर (General Sir Francis Butcher) से भारतीय सेना की कमान ली थी.
बस उसी दिन से हर साल आर्मी डे मनाया जाने लगा. आज के दिन दिल्ली के परेड ग्राउंड मैं हमारी सेना के जवानो के अलग अलग दस्ते और रेजिमेंट की मनमोहक परेड होती है. आज हे के दिन झांकियां भी निकली जाती है जिन्हे हमारे सेना के जवान बनाते और सजाते हैं फील्ड मार्शल  केएम करियप्पा (Field Marshal KM Cariappa) ही पहले ऐसे ऑफिसर थे जिन्हें फील्ड मार्शल की रैंक दी गई थी. इन्होने ही सन 1947 में भारत-पाकिस्तान के युद्ध में इंडियन आर्मी को कमांड किया था.



भारतीय आर्मी ( सेना ) का गठन सन १७७६ में ईस्ट इंडिया कंपनी ने कोलकाता में किया था. आज अगर हम बात करे तो हमारी भारतीय आर्मी के 53 कैंटोनमेंट और 9 आर्मी बेस हैं. वैसे आपकी जानकारी के लिए बता दें इस साल की परेड की खास बात यह है कि आर्मी परेड (Army Day Parade 2019) का नेतृत्व हमारी भारतीय सेना की एक महिला अफसर करेंगी. जिनका नाम है लेफ्टिनेंट भावना कस्तूरी (Lieutenant Bhavana Kasturi) आर्मी सर्विस को लीड करेंगी. और ऐसा पहली बार होगा. आर्मी चीफ बिपिन रावत हैं. जो सलामी लेंगे.


इनके अलावा आज की परेड मैं कुछ और महिला जवान जैसे की कैप्टन शिखा सुरभी (Captain Shikha Surabhi) जो की आज बाइक पर स्टंट करती दिखेंगी. वो पहली ऐसी महिला ऑफिसर हैं जो आर्मी की डेयरडेविल्स टीम में अपनी एक ख़ास जगह बना पाई हैं. इनके अलावा एक और हैं कैप्टन भावना स्याल (Captain Bhavana Sayal) ट्रांसपोर्टेबल सैटेलाइट टर्मिनल के साथ परेड पर भारतीय सेना की ताकत दिखाएंगी. तोह कुल मिला के आज का दिन बड़ा हे ख़ास है हमरी सेना के लिए। हम इस बात को भी मानते हैं की हमरी सेना है तो हे देश सुरक्षित है || जय हिन्द|| जय भारत ||

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